Saturday, April 26, 2008

वायदा कारोबार की जांच अविश्वसनीय

नई दिल्ली। देशभर के व्यापारियों और लघु उद्यमियों ने जिंसों की कीमतों में बढ़ती महंगाई में वायदा कारोबार की भूमिका तलाशने के लिए गठित की गई अभिजीत सेन समिति की सिफारिशों पर सवालिया निशान लगाते इन्हें अविश्वयनीय करार दिया है।

भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ मंत्री विजय प्रकाश जैन ने आज यहां कहा कि समिति ने अपनी रिपोर्ट कमोडिटी एक्सचेंज संचालित करने वाले पूंजीपतियों के प्रभाव में आकर तैयार की है।

उन्होंने कहा कि समिति के सदस्यों ने रिपोर्ट आने से पहले ही वायदा कारोबार को किसानों के हित में बताना शुरू कर दिया था जबकि सभी जानते है कि वायदा कारोबार से केवल सटोरियों का ही भला हो रहा है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी एक ही दिन में किसी एक जिंस का इतना इतना अधिक कारोबार हो जाता है जितना की पूरे वर्ष में उत्पादन नहीं होता।

व्यापारियों ने कहा है कि सरकार को समिति की सिफारिशों के आधार पर कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए और जिंसों के वायदा कारोबार पर तुरंत रोक लगनी चाहिए।

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