नई दिल्ली। देश में निजी क्षेत्र और संयुक्त उद्यमों के जरिए कच्चे तेल के उत्पादन में हुई वृद्धि की बदौलत बीते साल में कुल 3 करोड़ 41 लाख 17 हजार टन कच्चे तेल का उत्पादन हुआ जो कि इससे पिछले साल में हुए उत्पादन की तुलना में करीब आधा प्रतिशत अधिक रहा।
दूसरी तरफ रिफाइनरियों में इस दौरान 15 करोड़ 60 लाख टन पेट्रोलियम पदार्थों का उत्पादन हुआ जो कि 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 2007-08 के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक प्राकृतिक गैस का उत्पादन भी इससे पिछले साल के मुकाबले 1.7 प्रतिशत बढ़कर 32 अरब 27 करोड़ 40 लाख घनमीटर तक हुआ।
हालांकि निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस दोंनों का ही उत्पादन कम रहा है। कच्चे तेल के उत्पादन में देश की सबसे बड़ी कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम- ओएनजीसी ने बीते साल में 2 करोड़ 59 लाख 40 हजार टन का योगदान दिया लेकिन यह पिछले साल के उसके उत्पादन की तुलना में 0.4 प्रतिशत कम रहा।
देश के सबसे बड़े तेल क्षेत्र मुंबई हाई में एक करोड़ 80 लाख 20 हजार टन कच्चे तेल का उत्पादन हुआ जो कि पिछले साल के मुकाबले 0.2 प्रतिशत अधिक रहा। दूसरी बड़ी तेल कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड ने पूरे साल में 31 लाख टन कच्चा तेल निकाला। यह भी इससे पिछले वर्ष के मुकाबले मामूली कम रहा।
हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय की निगरानी में कच्चा तेल निकालने के काम में लगी निजी और संयुक्त उद्यम क्षेत्र की कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 2007-08 में 50 लाख 77 हजार टन कच्चा तेल निकाला और इससे पिछले साल के मुकाबले उसकी यह बढ़त 5.1 प्रतिशत रही।
प्राकृतिक गैस के मामले में ओएनजीसी का उत्पादन इससे पिछले वर्ष के मुकाबले 1.1 प्रतिशत कम रहा जबकि ऑयल इंडिया ने 3.4 प्रतिशत अधिक उत्पादन किया। निजी कंपनियों ने 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की। कुल मिलाकर 2006-07 के 31 अरब 74 करोड़ घनमीटर गैस के मुकाबले बीते साल में 32 अरब 27 करोड़ घनमीटर प्राकृतिक गैस का देश में उत्पादन हुआ।
दूसरी तरफ रिफाइनरियों में इस दौरान 15 करोड़ 60 लाख टन पेट्रोलियम पदार्थों का उत्पादन हुआ जो कि 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 2007-08 के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक प्राकृतिक गैस का उत्पादन भी इससे पिछले साल के मुकाबले 1.7 प्रतिशत बढ़कर 32 अरब 27 करोड़ 40 लाख घनमीटर तक हुआ।
हालांकि निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस दोंनों का ही उत्पादन कम रहा है। कच्चे तेल के उत्पादन में देश की सबसे बड़ी कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम- ओएनजीसी ने बीते साल में 2 करोड़ 59 लाख 40 हजार टन का योगदान दिया लेकिन यह पिछले साल के उसके उत्पादन की तुलना में 0.4 प्रतिशत कम रहा।
देश के सबसे बड़े तेल क्षेत्र मुंबई हाई में एक करोड़ 80 लाख 20 हजार टन कच्चे तेल का उत्पादन हुआ जो कि पिछले साल के मुकाबले 0.2 प्रतिशत अधिक रहा। दूसरी बड़ी तेल कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड ने पूरे साल में 31 लाख टन कच्चा तेल निकाला। यह भी इससे पिछले वर्ष के मुकाबले मामूली कम रहा।
हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय की निगरानी में कच्चा तेल निकालने के काम में लगी निजी और संयुक्त उद्यम क्षेत्र की कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 2007-08 में 50 लाख 77 हजार टन कच्चा तेल निकाला और इससे पिछले साल के मुकाबले उसकी यह बढ़त 5.1 प्रतिशत रही।
प्राकृतिक गैस के मामले में ओएनजीसी का उत्पादन इससे पिछले वर्ष के मुकाबले 1.1 प्रतिशत कम रहा जबकि ऑयल इंडिया ने 3.4 प्रतिशत अधिक उत्पादन किया। निजी कंपनियों ने 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की। कुल मिलाकर 2006-07 के 31 अरब 74 करोड़ घनमीटर गैस के मुकाबले बीते साल में 32 अरब 27 करोड़ घनमीटर प्राकृतिक गैस का देश में उत्पादन हुआ।
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